स्थिति को गंभीर होता देख मौके पर एसीपी यशपाल खटाना पहुंचे और उन्होंने विधायक ललित नागर व प्रदर्शनकारियों को विश्वास दिलाया कि कल सुबह तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा। एसीपी यशपाल खटाना के आश्वासन के बाद ही विधायक ललित नागर ने प्रदर्शनकारी व उनके परिजनों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया और मृतक के दाह संस्कार के लिए उन्हें भेज दिया। जाम के दौरान इंस्पेक्टर जयकिशन एवं वजीर सिंह ने न केवल मृतक के परिजनों से बदसलूकी की बल्कि उन्हें भद्दी-भद्दी गालियां तक भी दी, जिसका प्रदर्शनकारियों ने डटकर विरोध किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए विधायक ललित नागर ने कहा कि भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था इस कद्र लचर हो गई है कि गरीब-मजदूर के खिलाफ दबंगों द्वारा की जाने वाली मारपीट के मामले पुलिस द्वारा कई-कई दिनों तक दर्ज नहीं किए जाते और अगर दर्ज भी किए जाते है तो उनमें कोई सख्त कार्यवाही नहीं होती। श्री नागर ने कहा कि मृतक के परिजन चार दिन पूर्व इस मामले को लेकर उनसे मिलने आए थे, उस दौरान उन्होंने थाना भूपानी के एसएचओ व एसीपी से बात की थी परंतु पुलिस ने पीडि़तों की मदद नहीं की। श्री नागर ने कहा कि हैरानी की बात यह है कि आरोपी मृतक युवक गोविंदराम को मरणासन्न हालत में छोडक़र चले गए और कोई भी पुलिस कर्मचारी उसका मेडिकल करवाने बीके अस्पताल व बयान दर्ज करवाने दिल्ली तक नहीं गए, जिससे पुलिस कार्यशैली पर सवालिया निशान लग गया है। विधायक ललित नागर ने पुलिस प्रशासन को चेताते हुए कहा कि अगर कल तक आरोपी पुलिस के गिरफ्त में नहीं हुए तो वह गांववासियों के साथ पुलिस कमिश्रर कार्यालय का घेराव करेंगे। गौरतलब है कि रिवाजपुर निवासी गोविंदराम नामक युवक 13 मई को डयूटी से घर लौट रहा था, तभी उस पर गांव के समीप अज्ञात युवकों ने जानलेवा हमला कर उसे अधमरी अवस्था में छोडकर फरार हो गए थे। गोविंदराम के परिजन उसे थाना भूपानी ले गए, जहां से पुलिस वालों ने उन्हें बीके भेज दिया, बीके पहुंचकर उसकी हालत गंभीर होने पर दिल्ली रैफर कर दिया, जहां उपचार के दौरान आज गोविंदराम की मौत हो गई।
loading...
0 comments: